
आईपीएल 2025 का रोमांच चरम पर पहुंच गया है और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) बनाम राजस्थान रॉयल्स (RR) का मुकाबला इसका ताजा उदाहरण है। इस रोमांचक मुकाबले का हीरो बने लखनऊ के तेज़ गेंदबाज़ आवेश खान, जिन्होंने आखिरी ओवर में अपने नर्वस न झलकने वाले प्रदर्शन से राजस्थान के जबड़े से जीत छीन ली।
मैच का आखिरी ओवर था और राजस्थान को जीत के लिए सिर्फ 12 रन चाहिए थे, हाथ में विकेट थे और क्रीज पर मौजूद थे शानदार फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज़। लेकिन आवेश खान ने जो किया, वो आईपीएल इतिहास में याद रखा जाएगा। उन्होंने अपनी लाइन और लेंथ पर शानदार नियंत्रण रखते हुए सिर्फ 9 रन दिए और 2 अहम विकेट चटकाए, जिससे राजस्थान रॉयल्स 2 रन से यह मुकाबला हार गई।
आवेश खान ने पूरे मैच में 4 ओवर में 37 रन देकर 3 विकेट झटके। उनका अंतिम ओवर निर्णायक साबित हुआ, जिसने लखनऊ सुपर जायंट्स को जीत दिलाई और राजस्थान की लगातार चौथी हार की मुहर लगा दी। इस हार के साथ राजस्थान रॉयल्स के प्लेऑफ़ में पहुंचने की उम्मीदों को भी बड़ा झटका लगा है।
राजस्थान की तरफ से युवा बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने जरूर कमाल दिखाया, जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में ही 34 रन बनाए और छक्के से पारी की शुरुआत कर सभी को चौंका दिया। लेकिन टीम को जीत तक पहुंचाने में वह भी असमर्थ रहे।
आवेश खान का यह प्रदर्शन सिर्फ गेंदबाज़ी का नमूना नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती और दबाव में खुद को संभालने की कला भी दर्शाता है। उन्होंने हर गेंद को रणनीति के साथ डाला, बल्लेबाज़ों को गच्चा दिया और कप्तान के भरोसे को पूरी तरह साबित किया।
मैच के बाद कप्तान केएल राहुल ने भी आवेश की जमकर तारीफ करते हुए कहा, “आवेश ने जिस तरह से आखिरी ओवर डाला, वो हमारे लिए मैच जिताऊ पल था। ऐसे खिलाड़ी टीम को खिताब दिलाने की ताकत रखते हैं।”
सोशल मीडिया पर भी आवेश खान छा गए हैं। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर #AveshKhan ट्रेंड कर रहा है और क्रिकेट फैंस उन्हें “डेथ ओवर का सरताज” कह रहे हैं।
राजस्थान रॉयल्स के लिए यह लगातार चौथी हार है और अब उन्हें अपने आगे के सभी मैचों में जीत दर्ज करनी होगी ताकि वे प्लेऑफ़ की दौड़ में बने रह सकें। वहीं लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए यह जीत मनोबल बढ़ाने वाली है और टीम अब अंक तालिका में मज़बूती से अपनी पकड़ जमाती नज़र आ रही है।
इस मैच ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्रिकेट अनिश्चितताओं का खेल है — और जब आखिरी ओवर में आवेश खान जैसे योद्धा गेंद थामें, तो कुछ भी मुमकिन है!