
भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज़ विराट कोहली ने हाल ही में 2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ मिली हार को लेकर एक भावुक बयान दिया। उन्होंने स्वीकार किया कि उस हार ने पूरी टीम को मानसिक और भावनात्मक रूप से झकझोर कर रख दिया था।
“जैसे सब कुछ थम गया था”
कोहली ने कहा, “हम सब जैसे हैरान-परेशान थे, कोई कुछ बोल नहीं रहा था। ऐसा लग रहा था जैसे कोई बुरा सपना देख रहे हों।” भारत की उस हार ने न सिर्फ करोड़ों फैंस के दिल तोड़े, बल्कि खिलाड़ियों के लिए भी यह मैच कभी न भूलने वाला बन गया।
वह मनहूस दिन
2019 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल बारिश से बाधित रहा और दो दिन में खत्म हुआ। न्यूज़ीलैंड ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 239 रन बनाए। जवाब में भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और शुरुआती तीन विकेट सिर्फ 5 रनों पर गिर गए। रोहित शर्मा, विराट कोहली और केएल राहुल – तीनों ही जल्दी पवेलियन लौट गए।
हालांकि जडेजा और धोनी ने संघर्ष करते हुए मैच में जान डाली, लेकिन अंत में टीम लक्ष्य से 18 रन दूर रह गई। यही वह पल था जिसने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में गहरे जख्म छोड़ दिए।
“जैसे हैंगओवर था”
कोहली ने कहा, “हम मैच के बाद होटल लौटे, लेकिन किसी में कुछ करने की हिम्मत नहीं थी। हम बस चुपचाप बैठे रहे। ऐसा लग रहा था जैसे किसी भावनात्मक हैंगओवर में हों। हर कोई सोच रहा था कि हम कहां चूक गए।”
ड्रेसिंग रूम की चुप्पी
विराट ने बताया कि जैसे ही अंतिम विकेट गिरा, ड्रेसिंग रूम में ऐसा सन्नाटा था जो शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। “धोनी भाई शांत थे, सिर झुकाए बैठे थे। जडेजा भी मायूस थे। मैं खुद कुछ नहीं बोल पाया,” कोहली ने कहा।
यह सिर्फ खेल नहीं, भावना थी
कोहली ने कहा कि वर्ल्ड कप सिर्फ एक टूर्नामेंट नहीं होता, यह देश की उम्मीदों और खिलाड़ियों की तपस्या का परिणाम होता है। “हर खिलाड़ी उस ट्रॉफी के लिए जी-जान लगाता है। और जब वो सपना टूटता है, तो इंसान टूटता है।”
आगे की सोच
कोहली का मानना है कि हार से सीखकर आगे बढ़ना ही खिलाड़ी की पहचान होती है। “हमने उस हार से सीखा, और अब हर टूर्नामेंट में हम उस अनुभव का इस्तेमाल करते हैं। यह हमें और मजबूत बनाता है।”
निष्कर्ष:
2019 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल की हार अब भी भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के ज़ेहन में ताज़ा है। विराट कोहली के हालिया बयान ने उस दर्द को फिर से याद दिला दिया है – एक ऐसा मैच जो कभी नहीं भुलाया जा सकता।
क्या आपको भी वो दिन याद है? क्या आप भी उस हार के बाद मायूस हुए थे? नीचे कमेंट में शेयर करें अपनी भावनाएं।